marne ke bad kya hoga
मोमिन का क़ब्र में नमाज़ का ध्यान हज़रत जाबिर रजि० फ़रमाते हैं कि अल्लाह के रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि जब मोमिन को क़ब्र में दाखिल ‘कर दिया जाता है तो उसको ऐसा मालूम होता है, जैसे सूरज छिप रहा हो, तो जब उसकी रूह लौटायी जाती है, तो आँखे मलता …